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इंद्रधनुष कितने प्रकार के होते है |

दोस्तों आज हम बात करेंगे इंद्रधनुष की आप सभी ने तो इंद्रधनुष को कभी न कभी देखे जरूर होंगे | दोस्तों अक्सर बारिश के बाद इंद्रधनुष आकाश में दिखाई देता है | जो की सात रंग के होते है | इंदधनुष के रंग इस प्रकार  है  लाल ,नारंगी ,पीला ,हरा, नीला,जमुनी ,बैगनी लाल सबसे ऊपर और बैगनी सबसे निचे होती है | जब वर्षा हो रही होती है और सूरज की रोशनी चमक रही होती है तब हमे इंद्रधनुष दिखाई देती है | इंद्रधनुष को तब देख पाते है जब आप सूरज के पीछे होते है | सूर्य के प्रकाश हमे सफेद रंग के दिखाई देती है लेकिन इंदधनुष सात अलग अलग रंग के बने हुए होते है | प्रिज्म के सहारे पता भी चलता है | इंद्रधनुष वास्तव में NATURE का प्रिज्म है | भाप और बारिश धुप के संपर्क में आने पर पानी की छोटी छोटी बूदें पारदर्शी (आर - पार दिखने वाला ) प्रिज्म का काम करती है | और जब सूर्य का प्रकाश उनसे गुरजती है तो सूर्य का प्रकाश सात रंगो  में विभाजित हो जाती है और हमे इंद्रधनुष दिखाई देता है  |








इंद्रधनुष दो प्रकार का होता है | 

   1 प्राथमिक इंद्रधनुष 



   2 द्वितीयक इंद्रधनुष





     प्राथमिक इंद्रधनुष  -  जब वर्षा की बूँदो पर आपतित  होने वाली सूर्य की किरण एक बार परावर्तन और दो बार अपवर्तन होता है तो प्राथमिक इंद्रधनुष का निर्माण होता है | प्राथमिक इंद्रधनुष में लाल रंग बाहर की ओर व  बैगनी रंग अंदर की ओर होता है | 




द्वितीयक इंद्रधनुष  -    वर्षा की बूँदो पर आपतित होने वाली सूर्य की किरण दो बार अपवर्तन और दो बार परावर्तन होता है तो इस दिशा में  द्वितीयक इंद्रधनुष का निर्माण होता है | 


इंदधनुष वास्तव में गोल होता है लेकिन जमीन से हमे आधा दिखाई देता है और एरोप्लेन से इंद्रधनुष गोल दिखाई  देता है |



एक साथ अगर दो इंद्रधनुष बनता है तो दोनो  इंद्रधनुष एक दूसरे के विपरीत होता है | एक के लाल रंग ऊपर रहेगा तो दूसरे के बैंगनी |

इंद्रधनुष को छुआ नहीं जा सकता है |

जब सूर्य ऊपर रहता है तो इंद्रधनुष हमे निचे दिखाई देता है और जब सूर्य निचे रहेगा तब इंद्रधनुष ऊपर दिखाई देती है |

 इंद्रधनुष शब्द लैटिन भाषा Arcus Pluvius से लिया गया है   जिसका अर्थ बरसात का चाप होता है |


साउथ अफ्रीका को Rainbow Nation कहा जाता है | 

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