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भारत में पहला बजट किसने पेश किया था |

दोस्तों आज में बजट के बारे में बात करेंगे | बजट को संसदीय भाषा में वा र्षिक वित्तीय विवरण कहा जाता है | बजट शब्द की उतपत्ति फ्रेंच भाषा के लातिन शब्द बुल्गा से हुआ है जिसका अर्थ होता है चमड़े का थैला बजट को वित्तमंत्री संसद में पेश करते है | भारत में पहला बजट 1860 में जेम्स विल्सन ने पेश किये थे | और स्वतंत्र भारत में पहला बजट षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 ने पेश किये थे | प्रथम गणतंत्र भारत में पहला बजट जान मथाई ने पेश किया था | दोस्तों पहले बजट शाम को पांच बजे पेश किया जाता है | लेकिन जब अटल जी सत्ता में आए तो यह नियम खत्तम कर दिया गया उसके बाद से सुबह के 11 बजे बजट पेश किया जाने लगा | बजट छपने के लिए भेजे जाने के पहले हलवा खाने की रस्म निभाई जाती है | और जब तक वित्तमंत्री संसद में बजट पेश नहीं करते तब तक वित्त मंत्रालय के कोई सदस्य किसी से संपर्क नहीं रखते है | और अधिकारी वित्तमंत्रालय में ही रुकते है | प्रधानमंत्री के रहते सबसे पहले जवाहर लाल नेहरू ने बजट पेश किया था | इस लिस्ट में इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी का भी नाम है | इंदिरा गाँधी देश की पहली महिला थी जो बजट पेश की थी | मोरारजी देसाई जी ने सबसे ज्यादा बार बजट पेश किये है | तो दोस्तों आपने कुछ बजट के इतिहास के बारे में जाना | आइए जानते है बजट क्या है और उसके प्रकार | 




बजट क्या है | 
सरकार का आय एवं व्यय एक विवरण जिस प्रपत्र में एकत्रिक किया जाता है उसे बजट कहा जाता है | बजट सरकार बनती है | बजट हर साल पेश किया जाता है | बजट में सरकार क्या काम करेगी और धन कहां से आएगा | किस विभाग में कितना धन खर्च होगा | टैक्स कितना लेना है और किस पर टैक्स नहीं लगेगा | ये सारा कुछ बजट के अंदर होता है | दोस्तों आप घर में भी देखे होंगे की माँ घर का बजट बनती है | रुपया कहाँ खर्च करना है | जिस तरह घर में बजट बनता है उसी तरह देश का भी बजट होता है | 

बजट के फायदे | 
बजट के बहुत से लाभ है | कैसे आइए एक उदाहरण के रूप में समझते है | मान लीजिए आप 10 वीं के परीक्षा दे रहे है और आपको क्या क्या करना है ये पता ही नहीं है और परीक्षा में कौन कौन से सिलेबस से कितना प्रश्न आने वाला है | पता नहीं है तो आपके अच्छा नंबर आ नहीं सकता है | उसी प्रकार देश के बजट में भी क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए | ये सब बात बजट में होती है | सरकार को कितना रुपया की  कमाई हुआ और किस विभाग में कितना खर्च करना है ये पहले से पता होने के कारण काम करने में आसानी होती है | 
             तो दोस्तों आपने आज बजट के बारे में जाना |  



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