इंटरनेट यह एक ग्लोबल कंप्यूटर नेटवर्क है जो बहुत जानकारी और संचार सुविधाएं प्रदान करता है यह दुनिया का बहुत बड़ा नेटवर्क जाल है | इस पोस्ट में जानेगे Internet full form, Internet क्या है इसका history uses, और importance और साथ ही जानेगे फायदे और हानि के बारे में |
आज के समय में हर क्षेत्र में कंप्यूटर का काम है वे चाहे पढ़ाई हो बिजनेस हर क्षेत्र में इसका यूज होता है | इंटरनेट के बिना कंप्यूटर वैसे ही है जैसे सिम के बिना मोबाईल | यह इंसानो का मूलभूत जरूरत बन चूका है
Internet full form kya hai
इंटरनेट को हिंदी में अंतरजाल कहा जाता है | यह एक ऐसा सुचना का भंडार है जिसमे आपको बहुत सी समस्या का हल मिल जाता है |
आपने देश भारत में बहुत ज्यादा बेरोजगारी का समस्या है इसको कम करने में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करना बहुत ही जरूरी है |
जैसे आप जापान को ले लीजिए यह एक बहुत छोटा सा देश है इंडिया जापान के मामले में बहुत बढ़ा है लेकिन जापान ज्यादा विकसित है क्योंकि उसके पास टेक्नोलॉजी है |
ऐसा नहीं की अपने देश में टेक्नोलॉजी नहीं है टेक्नोलॉजी है लेकिन अभी हम इसमें बहुत पीछे है जापान इतना विकसित होने के पीछे टेक्नोलॉजी है |
Internet full form
Internet full form - interconnected network है
2010 - 2012 में इंडिया में कुछ ही लोग होंगे जो यूट्यूब गूगल आदि का इस्तेमाल करते होंगे लेकिन आज present में देखो तो बहुत से लोग youtube और google से मनी भी कमा रहे है |
यह वरदान है लेकिन इसके गलत इस्तेमाल करने से नुकशान होता है इसका सही यूज करना बहुत ही आवश्यक है |
What is internet in hindi
अंतरजाल एक दूसरे से जड़े कई कंप्यूटर का जाल है जो राउटर और सर्वर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है |
सुचना तकनीक की यह सबसे आधुनिक प्रणाली है कंप्यूटर नेटवर्को एक विश्व स्तरीय समूह है लाखो कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े है |
कंप्यूटर को टेलीफ़ोन लाइन द्वारा इंटरनेट से कनेक्ट किया जाता है इसके आलावा बहुत से साधन है जिससे जोड़ा जा सकता है |
कंप्यूटर को आपस में जुड़ना ही अंतरजाल है जब हम कंप्यूटर चलाते है तो इस विशाल जाल का एक हिस्सा बन जाते है |
Advantages of Internet इंटरनेट के फायदे |
इसके अनेक फायदे है |
सुचना भेजने और प्राप्त करने के लिए | (Send and receive information )
आज से लगभग 15 साल पहले जब हम 6 या 7 साल के थे तब मोबाईल मेरे घर के आस पास किसी के पास नहीं था उस समय किसी किसी के घर या किसी दुकान में टेलीफोन होता है जिससे बात किया जाता था | |
उसके पहले के समय में अगर किसी को सुचना पहुँचाना होता था तब चिट्ठी का उपयोग करना पड़ता था | डाकिया चिट्टी लेकर आते है |
सुचना आने में कुछ दिन का समय लग जाता था | जब सिंपल मोबाईल आया तो फ़ोन करना आसान हो गया लेकिन नेटवर्क का समस्या ज्यादा होता था | अब तो 4G आने के बाद सुचना पहुंचना और प्राप्त करना आसान हो गया है | अब तो सेकण्ड में किसी को मैसेज भेज सकते है |
शिक्षा में उपयोगी - Education
आप मान लीजिए कोई teacher से पढ़ाई पढ़नी है वह दूसरे राज्य में है तो पहले यह संभव नहीं था की घर में रहकर भी हम अपने teacher से पढ़ सके |
लेकिन आज के समय में घर पर रह भी ऑनलाइन पढ़ सकते है | बहुत से लोग यूट्यूब गूगल यह और भी बहुत से माध्यम से पढ़ते है |
ऑनलाइन खरीदारी और भुगतान में ( Online Shopping, Recharge, Bill Payment )
अंतरजाल के कारण घर पर रहकर भी कोई सामान खरीदारी कर सकते है बाजार जाने का जरूरत नही है वर्तमान समय में बहुत से लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते है |
चाहे मोबाईल, कपड़ा , जूता , कोई भी सामान सिर्फ अपने मोबाईल पर ऑनलाइन करके आर्डर कर सकते है | कुछ ही दिन के बाद प्रोडक्ट अपने घर पहुंच जाता है |
घर बैठे Elctricity बिल गैस आदि का भुगतान आसानी हो गया है |
मूवी टिकट , रेलवे टिकट बुकिंग ( Online movie ticket , railway tickets booking )
पहले जब दूसरे जगह जाना होता था तब टिकट कटवाने के लिए लम्बी लम्बी लाइन में खड़ा होना पड़ता था लेकिन अब जहाँ है वहीं से टिकट निकल सकते है |
उसी प्रकार जब मूवी देखना है तो पहले से ही बुकिंग करवा सकते है मूवी टिकट |
ऑनलाइन बिजनेस के लिए (Online Business )
हम अपने बिजनेस के प्रमोशन के लिए पहले पेपर में ads देते थे वह महॅगा पड़ता था पेपर भी ads से ही कमाई करता है | और साथ ही एक Fixed area में ही प्रमोट होता है |
लेकिन अब ऑनलाइन किसी भी वेबसाइट के माध्यम से पूरी दुनिया में प्रमोट कर सकते है | हमारे प्रोडक्ट का promotion भी हो जाता है और यह महॅगा भी नहीं है |
internet ke nukshan
कोई भी सिक्का का दो पहलू होता है एक फायदा तो दूसरा नुकसान अंतरजाल से भी नुकसान है | कोई भी अविष्कार मनुष्य के जीवन में जितने फायदे लाते है उसके नुकसान भी देखने मिलता है |
इसका ज्यादा या आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल से स्वस्थ पर पूरा प्रभाव पड़ता है जैसे मानसिक असंतुलन तनाव , आँखो में कमजोरी आदि हो सकता है |
ग्लोबल वार्मिग के स्तर में वृद्धि होती है ग्लोबल वार्मिग घातक दुष्प्रभावो में से एक है | अगर आप डेटा का सही इस्तेमाल करते है तो ठीक है |
Who invented internet
इसका अविष्कार किसी एक व्यक्ति का बस का बात नहीं है | इसे बनाने में बहुत से वैज्ञानिक और इंजीरियर का हाथ है | सन 1957 में अमेरिका में ADVANCED RESEARCH PROJECTS AGENCY ( ARPA ) की
स्थापना हुई | इस संस्थान का उद्धेश्य था की दुनिया में एक ऐसा टेक्नोलॉजी विकसित करना जिसके मदद से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में जोड़ सके |
1969 में AGENCY ने ARPANET स्थापना किया जो 1980 में ARPANET के नाम के जगह पर इंटरनेट हो गया |
शुरुआत 1 जनवरी 1983 में हुआ था | इंडिया में 14 अगस्त 1995 को लांच किया गया था |
Internet uses
इस समय इंटरनेट के बिना जीवन संभव ही नहीं है हर कार्य में अंतरजाल का होना बहुत ही जरूरी है | इसका उपयोग किसी भी डेटा को खोजने में मदद करता है इसके माध्यम से हम आसानी से इमेज वीडियो देख सकते है |
आज हर कार्य कंप्यूटर द्वारा होता है और उसमे नेट ना हो तो ऑफ़ लाइन काम कर सकते है लेकिन बिना नेट का मजा नहीं आऐगा | आज हर जगह इसका यूज होता है इसके बिना रहना असंभव सा हो गया है |
Types of Internet in hindi
इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार इस प्रकार है |
मोबाईल इंटरनेट
आपने देश में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है इसमें मोबाईल अंतरजाल द्वाराडेटा प्रदान किया जाता है जैसे Jio ,Bsnl, airtel, आदि जैसे देश में सिम के द्वारा डेटा प्रदान करता है
Dsl
इसका पूरा नाम Digital Subscriber Line है | इसमें दो कॉपर वायर वाली टेलीफ़ोन लाइन का उपयोग इंटरनेट प्रदान करने के लिए भी किया जाता है |
Broadband
इसका हाई स्पीड अच्छी होती है यह एक प्रकार DSL का है लेकिन इसी बैंडविड्थ DSL से काफी अधिक होती है |
Satellite Internet
इसमें सैटेलाइट के माध्यम से इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है |
Father of internet in hindi
1974 में विंट सर्फ और रॉबर्ट ई. काहन ने एक पेपर प्रकाशित किया जिसे " The Father of the Internet" के नाम से जाना गया है इसी पेपर को प्रकाशित करने के कारण Vint Cerf को इंटरनेट का जनक कहा जाता है |
History of Internet
1969 में अमेरिका के रक्षा विभाग में एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नाम का नेटवर्क लांच किया | कहते है ना समस्या अविष्कार का जननी है |
जब अमेरिका को लगा की युद्ध के समय एक दूसरे को गोपनीय सुचना भेजने है १९७२ में पहला ईमेल सन्देश भेजा और जैसे इसके बारे में फायदे का पता चला इसका इस्तेमाल बढ़ता ही जा रहा है | आने वाले समय में यह इस्तेमाल ज्यादा होने वाला है |
इंडिया में Internet कब आया था |
इंडिया में शुरुआत 14 अगस्त 1995 को हो गया था लेकिन सार्वजानिक रूप से इसे 15 अगस्त 1995 को VSNL (विदेश संचार निगम लिमिटेड ) द्वारा चालू किया गया |
उस समय इसकी स्पीड 8 - 10 kbps थी | जब इंडिया में इसकी शुरुआत हुआ था उस समय मात्रा 20 - 30 कंप्यूटर ही जुड़े थे | आज के तुलना में उस समय नेट बहुत महंगा था |
और स्पीड के मामले में बहुत धीमा था उस समय मासिक खर्च 500 - 700 रुपया लग जाता है |
इस आर्टिकल में जाने Internet क्या है इसका यूज हिस्ट्री अविष्कारक , और साथ ही जाना इसके फायदे और हानि के बारे में आशा करता हूँ की यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा |
2 टिप्पणियाँ
hindi main computer ki jankari ke bahut dhanyawad.
जवाब देंहटाएंIT Kya Hai
जवाब देंहटाएंMCA Kya Hai
PGDCA Kya Hai
Laptop Kya Hai
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DCA Kya Hai